मुंबई, 05 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। फिलीपींस के राष्ट्रपति रोमुआल्डेज मार्कोस जूनियर भारत के पांच दिवसीय राजकीय दौरे पर हैं। उन्होंने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर बातचीत हुई। संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा करने और आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े रहने के लिए फिलीपींस का आभार जताया। दोनों देशों के बीच इस अवसर पर कई समझौतों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए और एक डाक टिकट भी जारी किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत और फिलीपींस हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नियम आधारित व्यवस्था का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश शीघ्र परिणाम देने वाले परियोजनाओं की संख्या बढ़ाएंगे और भारतीय नागरिकों को फिलीपींस की वीजा-फ्री एंट्री के फैसले का स्वागत किया। इसके साथ ही भारत भी फिलीपींस के पर्यटकों को मुफ्त ई-वीजा की सुविधा देगा। उन्होंने दिल्ली और मनीला के बीच सीधी उड़ान सेवा शुरू करने के प्रयासों का भी उल्लेख किया। इसके अलावा, भारत फिलीपींस के डेटा क्लाउड स्ट्रक्चर के विकास में मदद करेगा और फिलीपींस की आसियान अध्यक्षता के लिए 2026 में सहयोग देगा।
राष्ट्रपति मार्कोस ने भारत सरकार और नौसेना को 2024 में हूती विद्रोहियों के हमले के दौरान फिलीपींस के नागरिकों को सुरक्षित निकालने में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत और फिलीपींस मिलकर एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसफिक के लिए काम करेंगे। उन्होंने भारतीय पर्यटकों के लिए वीजा-फ्री एंट्री की औपचारिक घोषणा की और कहा कि दोनों देशों के बीच अक्टूबर 2025 से सीधी उड़ान सेवा शुरू होगी। राष्ट्रपति मार्कोस ने अपनी भारत यात्रा की शुरुआत राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित कर की। इसके बाद राष्ट्रपति भवन में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और प्रधानमंत्री मोदी व राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका स्वागत किया। 2022 में पदभार संभालने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है, जिसमें उनके साथ फर्स्ट लेडी लुईस अरानेटा मार्कोस और मंत्रियों का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है।
फिलीपींस भारत से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें खरीदने वाला पहला देश है। भारत ने पिछले साल अप्रैल में इन मिसाइलों की पहली खेप फिलीपींस को सौंपी थी। दोनों देशों के बीच जनवरी 2022 में ब्रह्मोस मिसाइलों के लिए 375 मिलियन डॉलर की डील हुई थी। इन मिसाइलों की गति 2.8 मैक और मारक क्षमता 290 किलोमीटर है। ब्रह्मोस सिस्टम में दो मिसाइल लॉन्चर, एक रडार और एक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर होता है, जिससे दो मिसाइलें 10 सेकंड में दागी जा सकती हैं। भारत और फिलीपींस ने हाल ही में साउथ चाइना सी में पहली बार संयुक्त नौसैनिक अभ्यास भी किया, जो 3 अगस्त को शुरू होकर दो दिन चला। भारत की ओर से इस अभ्यास में मिसाइल विध्वंसक पोत आईएनएस दिल्ली, टैंकर आईएनएस शक्ति और कार्वेट आईएनएस किलटन शामिल हुए, जबकि फिलीपींस की ओर से बीआरपी मिगुएल मालवार और बीआरपी जोस रिजाल फ्रिगेट शामिल हुए। चीन साउथ चाइना सी के बड़े हिस्से पर दावा करता है, और भारत तथा फिलीपींस दोनों का चीन के साथ सीमा विवाद भी है।