मुंबई, 18 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। संसद का मानसून सत्र सोमवार को भी हंगामे से भरा रहा। लोकसभा में दोपहर दो बजे भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के सफल अंतरिक्ष मिशन पर चर्चा शुरू हुई। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि जब देश इस ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मना रहा है, तब विपक्ष का शोर-शराबा दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार से नाराजगी हो सकती है लेकिन अंतरिक्ष यात्री से कैसी नाराजगी हो सकती है। जितेंद्र सिंह ने कहा कि शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के अधिकारी हैं और किसी राजनीतिक दल से उनका कोई संबंध नहीं है। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि यह नाराजगी वास्तव में उनकी हताशा का प्रतीक है। साथ ही उन्होंने अपील की कि अंतरिक्ष यात्रियों के लिए तो चर्चा होने देनी चाहिए।
दूसरी ओर, विपक्ष ने लोकसभा और राज्यसभा में लगातार बिहार वोटर वेरिफिकेशन और वोट चोरी के आरोपों को लेकर हंगामा किया। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा कि पार्टी जरूरत पड़ने पर मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव समेत सभी लोकतांत्रिक विकल्पों का इस्तेमाल कर सकती है। हालांकि, इस पर अब तक कोई औपचारिक चर्चा नहीं हुई है। हंगामे की वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही 19 अगस्त सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भारतीय बंदरगाह विधेयक, 2025 पेश किया। विपक्ष के हंगामे के बावजूद यह विधेयक पारित हो गया। यह बिल इससे पहले 12 अगस्त को लोकसभा से भी पारित हो चुका है। वहीं, लोकसभा में पीयूष गोयल ने जन विश्वास संशोधन विधेयक 2025 पेश किया जिसे चयन समिति को भेजा गया है। इस बिल के जरिए 350 से अधिक प्रावधानों में बदलाव करने का प्रस्ताव है। इसके अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट संशोधन विधेयक 2025 भी सदन में पेश किया। चिराग पासवान ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्ष केवल शोर मचाना चाहता है, लेकिन संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा नहीं कर रहा। उन्होंने कहा कि जब चुनाव आयोग के नेतृत्व में कांग्रेस ने लंबे समय तक सत्ता संभाली, तब कोई सवाल नहीं उठाया गया। आज विपक्ष चुनाव आयोग पर ही सवाल उठा रहा है। उन्होंने चुनौती दी कि अगर वास्तव में धांधली हो रही है तो आधिकारिक आपत्ति दर्ज की जानी चाहिए, केवल हवा-हवाई बातें नहीं करनी चाहिए।