जयपुर न्यूज डेस्क: 7 जून को बकरीद है और इस मौके पर जयपुर से बड़ी संख्या में बकरों को यूएई भेजा गया है। बताया जा रहा है कि पहली बार जयपुर एयरपोर्ट से इतनी बड़ी मात्रा में जिंदा जानवरों का निर्यात किया गया है। 1 मई से शुरू हुई इस प्रक्रिया में अब तक 14 कार्गो फ्लाइट्स के जरिए करीब 9350 बकरे संयुक्त अरब अमीरात भेजे जा चुके हैं। हर दिन एक फ्लाइट रवाना हो रही है और एक में औसतन 665 बकरे लादे जा रहे हैं।
हालांकि इस पूरे एक्सपोर्ट को लेकर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि कई जरूरी नियमों को नजरअंदाज किया गया है। एक्सपोर्ट से पहले बकरों को क्वारंटाइन में रखने और हर एक की स्वास्थ्य जांच जरूरी होती है, लेकिन जयपुर एयरपोर्ट पर ऐसा कुछ नहीं हुआ। न तो पशुपालन विभाग की कोई टीम मौजूद रही और न ही जांच का कोई सबूत सामने आया है।
जानवरों को भीड़भाड़ वाले टैंपों में भरकर एयरपोर्ट लाया गया, जिससे उनकी हालत खराब हो सकती है। एयरपोर्ट पर ये बकरे उड़ान से 6 घंटे पहले पहुंचाए गए, फिर सिक्योरिटी क्लियरेंस के बाद विमान में चढ़ाए गए। लेकिन इस पूरे संचालन में पशु कल्याण से जुड़े दिशा-निर्देशों की अनदेखी की गई।
जब ज़ी मीडिया ने इस मामले में एयरपोर्ट अथॉरिटी और सुरक्षा अधिकारियों से बात करनी चाही तो उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया। अडानी समूह, जो एयरपोर्ट का संचालन देख रहा है, उसने स्पष्ट किया कि यह एक्सपोर्ट एयरपोर्ट अथॉरिटी की कार्गो यूनिट के ज़रिए हुआ है। पहली बार हुए इस जिंदा बकरों के एक्सपोर्ट में जिस तरह से नियमों की अनदेखी हुई है, वह प्रशासन की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े करता है।