लोकसभा में देश में जारी चुनाव सुधारों पर बहस के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी की मांग का समर्थन करते हुए देश में बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की जोरदार मांग की. अखिलेश यादव ने कहा, "चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाने चाहिए क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के इस्तेमाल पर कई सवाल उठ रहे हैं."
लोकसभा में बहस में शामिल होते हुए अखिलेश यादव ने कांग्रेस के मनीष तिवारी द्वारा रखी गई तीन प्रमुख मांगों का समर्थन किया. साथ ही, उन्होंने उत्तर प्रदेश में चल रही SIR (Special Integrated Revision) प्रक्रिया के दौरान जान गंवाने वाले बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) के परिजनों को आर्थिक मदद दिए जाने की भी मांग की.
मृतक BLOs के लिए 1 करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी की मांग
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में चल रही SIR प्रक्रिया के दौरान चुनाव ड्यूटी में लगे BLOs की मौत पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा, "अभी तक राज्य में चल रही SIR प्रक्रिया के दौरान बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) बहुत दबाव में काम कर रहे हैं. अब तक 10 BLOs की जान जा चुकी है."
उन्होंने सरकार से मांग की, "हम मांग करते हैं कि मृतक BLOs के परिवारों को ₹1-1 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि के साथ-साथ मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए."
चुनाव आयोग पर निष्पक्षता को लेकर सवाल
समाजवादी पार्टी सांसद अखिलेश यादव ने लोकसभा में बहस के दौरान चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए. उन्होंने दावा किया कि चुनाव होने से पहले चुनाव आयोग ने हजारों वोट हटा दिए, और चुनाव आयोग की जरूरत के हिसाब से एफिडेविट जमा करने के बावजूद इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अब निष्पक्ष नहीं रह गया है.
चुनाव सुधारों पर कांग्रेस के साथ सहमति जताते हुए अखिलेश यादव ने तीन महत्वपूर्ण सुझाव दिए:
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चुनाव आयोग का चयन पैनल: उन्होंने मांग की कि चुनाव आयोग के सदस्यों के लिए बने चयन पैनल में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और मुख्य न्यायाधीश (CJI) को भी शामिल किया जाए, ताकि उसकी निष्पक्षता बनी रहे.
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SIR प्रक्रिया बंद करने की मांग: उन्होंने कहा कि SIR प्रक्रिया को तुरंत बंद कराया जाए, क्योंकि कानून में इसका कोई प्रावधान नहीं है.
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डायरेक्ट कैश ट्रांसफर पर रोक: उन्होंने मांग की कि चुनाव से ठीक पहले डायरेक्ट कैश ट्रांसफर (Direct Cash Transfer) करने की परंपरा को भी बंद किया जाना चाहिए, क्योंकि यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करता है.
विपक्षी नेताओं ने लोकसभा स्पीकर से की मुलाकात
लोकसभा में जारी चुनाव सुधारों पर बहस में हिस्सा लेने के बाद, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा, DMK सांसद कनिमोझी और टीआर बालू समेत कई अन्य विपक्षी नेताओं ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से उनके चैंबर में मुलाकात की और संभवतः इन मुद्दों पर चर्चा की.