जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर में लगातार आत्महत्या की घटनाएं सामने आ रही हैं। रविवार को एमएनआईटी की एक छात्रा ने छठी मंजिल से कूदकर जान दे दी थी। वहीं, सोमवार को रेलवे के एक कर्मचारी नरसी मीणा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। नरसी मीणा उत्तर पश्चिम रेलवे के जवाहर सर्किल स्थित दफ्तर में सहायक कार्यालय अधीक्षक के पद पर तैनात थे। वह अगले साल रिटायर होने वाले थे।
सोमवार सुबह साढ़े दस बजे नरसी मीणा रोज की तरह ऑफिस पहुंचे। उन्होंने अपना टिफिन टेबल पर रखा और कहीं चले गए। दोपहर के लंच के समय भी जब वे नजर नहीं आए तो साथियों को शक हुआ। काफी देर तक तलाशने के बाद शाम को ऑफिस बंद होने से पहले एक कर्मचारी बेसमेंट पहुंचा। वहां अग्निशमन पाइप लाइन से नरसी मीणा का शव लटका मिला। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस का अनुमान है कि उन्होंने सुबह ही फांसी लगा ली थी, लेकिन किसी को इसकी जानकारी शाम को हुई।
नरसी मीणा मूल रूप से अलवर जिले के टहला के रहने वाले थे। हाल ही में वे अपने परिवार के साथ जयपुर के जगतपुरा स्थित रेलवे अपार्टमेंट में शिफ्ट हुए थे। उनकी पत्नी और बच्चे भी जयपुर में ही रहते हैं। परिजनों ने आरोप लगाया है कि रेलवे के अधिकारियों द्वारा मानसिक उत्पीड़न के कारण उन्होंने यह कदम उठाया। बताया जा रहा है कि नरसी अपनी बेटी की शादी के लिए लंबी छुट्टी चाहते थे, लेकिन अधिकारियों ने छुट्टी देने से इनकार कर दिया था।
रेलवे कर्मचारी संगठनों ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि नरसी मीणा पर हो रहे दबाव को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। घटना के बाद से उनके साथी कर्मचारी और परिवार सदमे में हैं।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस का कहना है कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जाएगी। साथ ही, परिजनों और सहकर्मियों के बयान के आधार पर मामले की सच्चाई का पता लगाने का प्रयास किया जाएगा।