जयपुर न्यूज डेस्क: दरगाह मीरजी में हज़रत सैय्यद अनवार उर रहमान रहमातुल्लाह का 79वां उर्स सम्पन्न हुआ।
संसार चंद रोड स्थित दरगाह मीरजी में मनाए गए इस उर्स में देर रात तक कव्वाली की महफिल सजी, जिसमें भक्तों ने भावभीनी शिरकत की।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथियों में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एम सादिक खान, दानिश वेलफेयर सोसाइटी के संरक्षक व समाजसेवी हाजी सगीर उर्फ लल्लू भैया और पद्मश्री उस्ताद मोइनुद्दीन खान ने शिरकत की और दास्तान बंदी की।
उर्स के दौरान भक्तों ने अपनी श्रद्धा और सम्मान के साथ दरगाह में अर्जियां पेश कीं और हज़रत सैय्यद अनवार उर रहमान रहमातुल्लाह की याद में कव्वाली और सूफी संगीत का आनंद लिया।
दरगाह सज्जादानशीन डॉ. सैय्यद हबीबुर्रहमान नियाजी ने बताया कि हज़रत अनवार रहमतुल्लाह के 79वें उर्स में देश भर से भक्तों ने भाग लिया और अपनी मुरादें मांगीं।
उन्होंने कहा, "इस अवसर पर देश के प्रसिद्ध कव्वालों ने अपनी मधुर आवाज में सूफी संगीत पेश किया, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।"
महिलाओं ने विशेष रूप से इस उर्स में भाग लिया और अपनी मन्नतों के लिए दीप जलाए। डॉ. नियाजी ने बताया, "जब किसी की मुराद पूरी होती है, तो वे 11 या 21 दीप जलाते हैं। यह एक परंपरा है जो सदियों से चली आ रही है।"
इस उर्स में महिलाओं की भागीदारी विशेष रूप से उल्लेखनीय थी, जिन्होंने अपनी मुरादें मांगने के लिए दरगाह में आकर दीप जलाए और अपनी श्रद्धा का प्रदर्शन किया।
दरगाह मीरजी में हज़रत सैय्यद अनवार उर रहमान रहमातुल्लाह का 79वां उर्स सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर देश भर से भक्तों ने भाग लिया और अपनी मुरादें मांगीं। यहां सभी धर्मों के महिला और पुरुष एकत्र होकर गंगा जमुना तहजीब की मिशाल कायम करते हैं। देश में अमन चैन, भाईचारा और खुशहाली की दुआ मांगी गई, साथ ही मजलूम फिलिस्तीनियों के हक में भी दुआ की गई।
जनशीन फैजु उर रहमान नियाजी ने बताया कि दो दिनों से उत्साह के साथ उर्स मनाया गया। हजारों की तादाद में मुरीद उर्स में शिरकत करने पहुंचे। उर्स के दूसरे दिन कव्वालों ने अपने कलाम पेश कर महफिल का समां बांधा और देर रात तक चली महफिल के बाद दुआ का एहतमाम किया। तीसरे दिन मन्नतों के दीप रोशन किए गए। इस मौके पर बड़ी तादाद में महिला पुरुष दरगाह पर अपने दीप रोशन करने के लिए पहुंचे।