जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को लेकर विवाद गहरा गया है। जयपुर में देर रात पुलिस उन छात्रों के घरों तक पहुंच गई, जो एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने छात्रों को उनके घर से उठाकर थाने ले जाने की कोशिश की, जिसमें एक छात्रा भी शामिल थी। यह घटना महेश नगर इलाके की है। जब इस बारे में राजस्थान सरकार के मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को जानकारी मिली, तो वे मौके पर पहुंचे और पुलिस से भिड़ गए। उन्होंने पुलिसकर्मियों को जमकर फटकार लगाई, जिसका वीडियो भी सामने आया है।
एसआई भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद छात्रों ने इस परीक्षा को रद्द करने की मांग की थी। एसओजी द्वारा की जा रही जांच में अब तक 50 ट्रेनी सब इंस्पेक्टर और नकल गिरोह के 30 अन्य लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। पहले सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाई थी, लेकिन अब तक सरकार की तरफ से कोई स्पष्ट रुख सामने नहीं आया है कि भर्ती को रद्द किया जाएगा या नहीं। इसी बीच, राजस्थान हाईकोर्ट ने भी इस मामले पर सुनवाई करते हुए सरकार से सवाल किया है कि उसका इस मामले में क्या रुख है।
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने इस घटना को लेकर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पुलिस कार्रवाई को अलोकतांत्रिक और निंदनीय बताया। उनका कहना था कि यह घटना भाजपा सरकार की युवा और महिला विरोधी मानसिकता को उजागर करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार और पुलिस अब जनता के प्रति जवाबदेह नहीं रह गई है और छात्रों की आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है।
भारी विरोध और तनाव के बीच, मंत्री मीणा ने चेतावनी दी है कि सरकार को इस तरह की दमनकारी नीतियों से बचना चाहिए, क्योंकि यह छात्रों और जनता के बीच आक्रोश को बढ़ा सकता है। उनका कहना है कि लोकतंत्र में सरकार का मुख्य कर्तव्य जनता की सेवा करना है, न कि उनकी आवाज़ दबाना। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यदि युवा वर्ग को दबाने की कोशिश की गई, तो इसका भारी विरोध होगा।