जयपुर न्यूज डेस्क: राजधानी जयपुर में यातायात दबाव को कम करने के लिए बीते कुछ वर्षों से योजनाएं बनाई जा रही थीं, लेकिन अब इन योजनाओं को धरातल पर लागू किया जा रहा है। हाल ही में नारायण सिंह सर्कल बस स्टॉप को हटा दिया गया, जिससे यातायात की स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है। इसके अलावा, आगरा, दिल्ली रोड और टोंक की ओर से आने वाली निजी बसों को शहर से बाहर कर दिया गया है। अब सीकर रोड और अजमेर रोड की ओर से आने वाली बसों को भी शहर के बाहर भेजने की तैयारी चल रही है। इसके लिए हीरापुरा बस टर्मिनल को जल्द शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।
हीरापुरा बस टर्मिनल नवंबर से शुरू होने की योजना थी, लेकिन अब माना जा रहा है कि मई तक इस टर्मिनल से बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। यह बस टर्मिनल राजस्थान का पहला ऐसा टर्मिनल होगा, जहां निजी और रोडवेज दोनों तरह की बसों का संचालन होगा। रोडवेज 25 फीसदी बसों को इस टर्मिनल से चलाएगा, जबकि करीब 50 निजी बसें भी यहां से चलेंगी। इसके अलावा, यहां बुकिंग काउंटर भी लगाए जाएंगे। इस टर्मिनल के संचालन से अजमेर तक का सफर और भी आसान हो जाएगा क्योंकि अभी बसों को शहर से बाहर निकलने में समय लगता है।
परिवहन विभाग ने यातायात को सुगम बनाने के लिए 32 सीटर से अधिक बसों के संचालन पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। अब शहर में जितनी भी सरकारी और निजी बसें चलेंगी, वे 32 सीटर से अधिक नहीं होंगी। जेसीटीएसएल द्वारा चलने वाली बसों की सीट संख्या भी 32 से अधिक नहीं होगी। जो बड़ी बसें अभी शहर में चल रही हैं, उन्हें बंद किया जाएगा। इससे यातायात व्यवस्था में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।