जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर के विद्याधर नगर में आयोजित सात दिवसीय शिव महापुराण कथा कार्यक्रम के बाद एक दर्दनाक हादसे ने इलाके में हड़कंप मचा दिया। कथास्थल पर लटकती रस्सियों में उलझकर एक श्रमिक की जान चली गई। घटना के बाद आयोजन समिति के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
कैसे हुआ हादसा
प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा 1 से 7 मई तक विद्याधर नगर में आयोजित की गई थी। लेकिन आयोजन के बाद अस्थायी ढांचे और रस्सियां समय पर नहीं हटाई गईं। 8 मई को दिनेश नामक श्रमिक बाइक से उस मार्ग से गुजर रहा था, तभी लटकती रस्सियों में उलझकर गिर पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
आक्रोश और एफआईआर
इस हादसे के बाद इलाके में गहरा आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोगों ने इसे आयोजन समिति की घोर लापरवाही बताया। विद्याधर नगर थाने में आयोजकों अनिल संत और राजन शर्मा के खिलाफ बीएनएसएस की धारा 105 (पूर्व में IPC 304), 118(1) और 61(2A) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
धोखाधड़ी के भी आरोप
शिकायत बलराम जाखड़, महेश मावलिया, नरेंद्र चौधरी और भवानी सिंह शेखावत ने दी है। उनका आरोप है कि कथा के नाम पर करोड़ों रुपये का चंदा इकट्ठा किया गया, लेकिन उसका कोई हिसाब नहीं दिया गया। उन्होंने स्वयं ₹1.51 लाख नकद दान दिया, लेकिन आयोजकों ने कोई रसीद नहीं दी।
पहले से घिरा है विवादों में
एफआईआर में नामजद अनिल संत पर पहले से भी कई जमीन घोटालों और धोखाधड़ी के आरोप हैं। उन्हें भूमाफिया बताया गया है और वर्तमान में उन पर कई मामलों की जांच चल रही है।