मुंबई, 17 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) टेक दिग्गज गूगल ने अपने एआई चैटबॉट Gemini (जेमिनी) के वेब वर्जन में एक क्रांतिकारी फीचर 'Opal' (ओपल) शामिल किया है। इस टूल की मदद से अब कोई भी यूजर बिना किसी प्रोग्रामिंग भाषा या कोडिंग के ज्ञान के, केवल साधारण बोलचाल की भाषा (Natural Language) का उपयोग करके शक्तिशाली एआई मिनी ऐप्स बना सकेगा।
क्या है 'ओपल' और 'वाइब कोडिंग'?
'ओपल' गूगल लैब्स का एक प्रयोगात्मक टूल है, जिसे 'Vibe Coding' (वाइब कोडिंग) के सिद्धांत पर बनाया गया है। इसमें आपको कोड लिखने की जरूरत नहीं होती, बल्कि आप बस अपनी "वाइब" या जरूरत बताते हैं (जैसे- "मेरे लिए एक रेसिपी बनाने वाला ऐप बनाओ") और एआई बैकग्राउंड में सारा जटिल कोड खुद तैयार कर देता है।
ओपल की मुख्य विशेषताएं:
- नो-कोड ऐप मेकिंग: यूजर सिर्फ टेक्स्ट प्रॉम्प्ट के जरिए बता सकते हैं कि उन्हें कैसा ऐप चाहिए। ओपल अलग-अलग एआई मॉडलों को जोड़कर कुछ ही सेकंड में ऐप तैयार कर देता है।
- विजुअल एडिटर: अब इसमें एक बेहतर विजुअल एडिटर दिया गया है, जहाँ यूजर ऐप के हर स्टेप को देख और बदल सकते हैं।
- आसान शेयरिंग: तैयार किए गए मिनी ऐप्स को एक लिंक के जरिए दूसरों के साथ शेयर किया जा सकता है।
- एडवांस्ड डीबगिंग: अगर ऐप में कोई दिक्कत आती है, तो बिना कोडिंग के ही उसे स्टेप-बाय-स्टेप ठीक करने की सुविधा भी दी गई है।
कैसे करें इस्तेमाल?
- Gemini के वेब वर्जन (gemini.google.com) पर जाएं।
- बाएं हाथ पर दिए गए 'Gems' (जेम्स) सेक्शन पर क्लिक करें।
- यहाँ आपको पहले से बने हुए ऐप्स (जैसे 'Recipe Genie') मिलेंगे या आप 'Advanced Editor' में जाकर अपना खुद का ऐप स्क्रैच से बना सकते हैं।
विशेषज्ञों की राय: गूगल की इस पहल से छोटे व्यापारियों, क्रिएटर्स और छात्रों को काफी फायदा होगा। उदाहरण के लिए, एक लोकल जिम ट्रेनर अपने क्लाइंट्स के लिए वर्कआउट ट्रैकर ऐप या एक वेडिंग प्लानर मेहमानों के लिए चेकलिस्ट ऐप मिनटों में बना सकेगा।