जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर में अपहरण, लूटपाट, चेन स्नैचिंग और मोबाइल चोरी जैसे बढ़ते मामलों को देखते हुए हम देख रहे हैं कि पुलिस कमिश्नरेट ने सख्त कदम उठाए हैं। शहर में लगातार बढ़ रही चोरी और वारदातें लोगों के लिए बड़ी चिंता बन गई हैं। इसी वजह से पुलिस ने एक खास अभियान चलाकर ऐसे अपराधों पर रोक लगाने की कोशिश तेज कर दी है। डीसीपी (साउथ) राजर्षि राज बताते हैं कि जांच में सामने आया कि अधिकतर वारदातों में काली फिल्म लगे वाहन, खासकर एसयूवी और पावर बाइक का इस्तेमाल हो रहा था।
हमने देखा कि अपराधी ऐसे वाहनों का उपयोग अपनी पहचान छिपाने और वारदात के बाद तेज रफ्तार में भागने के लिए कर रहे थे। इसी वजह से पुलिस ने 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक तीन दिन का विशेष अभियान चलाया। शहर के अलग-अलग इलाकों में नाकाबंदी और चैकिंग की गई। इस सख्ती के दौरान 140 से अधिक वाहनों पर कार्रवाई की गई, जिससे शहर में अवैध तरीके से चलने वाले वाहनों पर बड़ी लगाम लगी।
अब पुलिस जनता से भी सहयोग की अपील कर रही है ताकि किसी तरह की बेवजह परेशानी न हो। हम सब जानते हैं कि अगर नियमों का पालन हो तो पुलिस की मदद करना और खुद सुरक्षित रहना दोनों आसान हो जाता है। पुलिस ने साफ कहा है कि वाहन चलाते समय ड्राइविंग लाइसेंस, आरसी, बीमा और पीयूसी जैसे सभी जरूरी कागजात साथ रखें। इससे चैकिंग के समय किसी भी तनाव से बचा जा सकता है।
इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि हम गति सीमा का पालन करें और तेज गति से न चलें, क्योंकि यह न सिर्फ खतरनाक है बल्कि संदिग्ध गतिविधियों को भी बढ़ावा देता है। पुलिस ने लोगों से सोशल मीडिया हैंडल्स पर जारी एडवाइजरी और अपडेट्स पर नजर रखने की भी अपील की है। इससे ट्रैफिक नियमों से जुड़े सभी नए निर्देश समय पर मिलते रहेंगे और शहर में सुरक्षा बनाए रखने में मदद मिलेगी।