जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर में भारी बारिश ने पुराने मकानों की कमजोरी को उजागर कर दिया। सुभाष चौक इलाके में करीब 100 साल पुरानी चार मंजिला जर्जर हवेली ढह गई। हादसे के समय हवेली में 6 परिवार के 19 सदस्य मौजूद थे। मलबे में दबने से 33 वर्षीय प्रभात और उनकी 6 वर्षीय बेटी पीहू की मौत हो गई, जबकि दो बच्चों सहित पांच लोग घायल हुए, जिन्हें तुरंत एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हवेली मालिक शाहबुद्दीन के अनुसार यह भवन जर्जर हालत में था और कई सालों से किराए पर दिया गया था। हादसे के समय हवेली में कुल 15 कमरे थे, जिनमें 6 परिवार रह रहे थे। मलबे में कुछ लोग प्लाई की वजह से आंशिक सुरक्षा में आए और उनकी जान बच गई।
SDRF कमांडेंट राजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि सबसे पहले मृतक प्रभात की पत्नी सुमित्रा को मलबे से बाहर निकाला गया। इसके बाद उपकरणों की मदद से मलबे हटाकर प्रभात और पीहू के शव बरामद किए गए। दोनों शव एक-दूसरे से लिपटे हुए पाए गए, जिससे लगता है कि पिता ने बेटी को बचाने की कोशिश की, लेकिन भारी मलबे के नीचे दब गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रात करीब 1 बजे अचानक तेज धमाके जैसी आवाज सुनाई दी, जिससे लोग घरों से बाहर निकले। आसपास के लोग मलबे में फंसे लोगों को निकालने में मदद कर रहे थे। राहत कार्य में पुलिस और स्थानीय लोग सक्रिय रूप से जुटे। यह हादसा शहर में पुराने और जर्जर मकानों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।