जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर के रामगढ़ बांध इलाके में इन दिनों कृत्रिम बारिश कराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। राज्य सरकार और एक प्राइवेट कंपनी मिलकर इस प्रयोग को अंजाम दे रही हैं। हालांकि शुरुआत में तकनीकी दिक्कतें सामने आईं। पहले दिन भारी भीड़ के कारण मोबाइल नेटवर्क पर दबाव बढ़ा और जीपीएस सही से काम नहीं कर पाया। दो बार नाकाम रहने के बाद तीसरे प्रयास में ड्रोन को 400 फीट की ऊंचाई तक उड़ाया गया।
रविवार को हुए ट्रायल में भी परेशानी सामने आई। वैज्ञानिकों द्वारा उड़ाया गया ड्रोन जीपीएस सिग्नल की समस्या के चलते करीब 200 फीट की ऊंचाई से गोपालगढ़ गांव के खेत में जा गिरा। ये हादसा रामगढ़ बांध के गुंबद से लगभग तीन किलोमीटर दूर हुआ। फिलहाल परीक्षण जारी है और इसे लेकर वैज्ञानिक लगातार प्रयास कर रहे हैं।
शनिवार को ड्रोन ने तीसरे प्रयास में करीब 35 मिनट तक उड़ान भरी थी। इस दौरान उसने लगभग 25 किलोमीटर की दूरी तय की और बांध क्षेत्र में मौसम, नमी, आर्द्रता और बादलों की मौजूदगी जैसे पहलुओं का अध्ययन किया। इस मौके पर जमवारामगढ़ विधायक महेंद्रपाल मीना भी मौजूद रहे।
जानकारी के मुताबिक, यह प्रक्रिया दो महीने तक चलेगी और शुरुआती दौर में कंपनी इसे मुफ्त करवा रही है। इस पर करीब दो करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। अगर ये शुरुआती प्रयोग सफल रहते हैं तो आगे और बड़ा ड्रोन उड़ाया जाएगा। अमेरिका और बेंगलुरु की एक कंपनी मिलकर पायलट प्रोजेक्ट के तहत रामगढ़ बांध पर 60 क्लाउड सीडिंग की टेस्ट ड्राइव करेगी।