जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान जल्द ही इलेक्ट्रिक बसों (ई-बस) के बड़े नेटवर्क का गवाह बनने वाला है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से आज राज्य में ई-बसों के विस्तार और भविष्य की रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक में बताया गया कि राजस्थान के 9 प्रमुख शहरों में लगभग 1,100 ई-बसें चलेंगी, जिसमें जयपुर को सबसे बड़ा हिस्सा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम हरित परिवहन और पर्यावरण संरक्षण के लिए अहम है और राज्य में प्रदूषण कम करने में मदद करेगा।
राज्य में 1,200 करोड़ रुपये के निवेश से ई-बस निर्माण उद्योग शुरू किया जाएगा। इससे न केवल बसों का उत्पादन होगा बल्कि सैकड़ों युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि राजस्थान ई-मोबिलिटी और हरित परिवहन में देश में अग्रणी बन सकता है। यह योजना राज्य की आर्थिक विकास रणनीति और स्वच्छ ऊर्जा पहल को भी मजबूती देगी।
सरकार का उद्देश्य राजस्थान को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी हब के रूप में विकसित करना है। आगामी महीनों में पूरे राज्य में ई-बसों की सुविधा शुरू होगी, जिससे नागरिकों को सुरक्षित, स्वच्छ और आधुनिक परिवहन की सुविधा मिलेगी। यह पहल युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगी और राज्य में टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देगी।
जयपुर सहित अन्य शहरों में ई-बसों का संचालन शुरू होने के बाद लोग प्रदूषण मुक्त और आधुनिक परिवहन का अनुभव कर पाएंगे। ई-बस निर्माण उद्योग स्थानीय युवाओं को रोजगार देगा और राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान करेगा।