जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर के ऐतिहासिक रामबाग गोल्फ क्लब की सूरत अब पूरी तरह बदलने जा रही है। वर्षों बाद क्लब में बड़े स्तर पर विकास कार्य शुरू हुए हैं। क्लब के 18 ग्रीन्स में से 5 ग्रीन्स को इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के अनुसार नया रूप दिया जा रहा है। करोड़ों रुपए की लागत से तैयार हो रहे इन ग्रीन्स में से 3 बनकर तैयार हैं, जबकि बाकी दो पर काम तेजी से जारी है। इसके अलावा क्लब में नए एकेडमिक ब्लॉक और पार्किंग एरिया का निर्माण भी दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है।
गोल्फ खिलाड़ियों के अनुसार, 2 और 7 नंबर के ग्रीन्स को विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय स्तर के हिसाब से डिजाइन किया गया है। क्लब के अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों ग्रीन्स की कॉन्ट्यूरिंग और स्लोप पूरी तरह इंटरनेशनल स्टैंडर्ड पर तैयार की गई है। साथ ही एक आर्टिफिशियल पटिंग ग्रीन भी बनाया जा रहा है, जिस पर खिलाड़ी सालभर किसी भी मौसम में अभ्यास कर सकेंगे। यह ग्रीन 2800 स्क्वेयर फीट में तैयार किया जा रहा है।
रामबाग गोल्फ क्लब के इतिहास की बात करें तो इसकी नींव जयपुर की महारानी गायत्री देवी ने रखी थी। उन्होंने रामबाग पैलेस के प्रांगण में गोल्फ कोर्स बनवाने का आदेश दिया था, जो 1944 में पूरा हुआ। यह राजपूताना का पहला गोल्फ कोर्स था। बाद में 1972 में इसे सोसाइटी के रूप में पंजीकृत किया गया। आज यह क्लब भारत के प्रमुख गोल्फ कोर्स में गिना जाता है, जहां देश-विदेश के खिलाड़ी खेलने आते हैं।
आने वाले महीनों में क्लब कई बड़े टूर्नामेंट्स की मेजबानी करेगा। नवंबर में वुमन गोल्फ एसोसिएशन ऑफ इंडिया (WGI) का आयोजन होगा, जबकि 30 नवंबर से प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (PGTI) शुरू होगा। दिसंबर में ऑल इंडिया लेडीज एंड जूनियर गर्ल्स चैंपियनशिप भी यहीं होगी। नए ग्रीन्स के निर्माण से क्लब में खेलने वाले खिलाड़ियों को इंटरनेशनल लेवल की प्रैक्टिस का अनुभव मिलेगा।