जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। मानसून के विदा होने के बाद भी बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात ‘मंथा’ और अरब सागर की निम्न दबाव प्रणाली ने राज्य में फिर से बारिश करा दी। जयपुर समेत कई जिलों में रातभर तेज बारिश हुई, जिससे ठंड बढ़ गई और पारा नीचे लुढ़क गया। राजधानी जयपुर का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जबकि सिरोही सबसे ठंडा जिला दर्ज हुआ। अचानक हुई इस बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है क्योंकि खेतों में पड़ी फसलों को नुकसान पहुंचने का खतरा है।
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के करीब 13 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है। जयपुर में पिछले 24 घंटों में 15 मिमी तक वर्षा दर्ज की गई है। बारिश के चलते शहर में सुबह से ही घने बादल छाए रहे और गलियों में सन्नाटा नजर आया। लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए। मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि ‘मंथा’ का असर अब धीरे-धीरे घट रहा है, लेकिन हवा में नमी बनी रहने के कारण ठंड का असर जारी रहेगा।
दक्षिणी राजस्थान में मौसम का असर और गहरा दिखा। सिरोही में तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जबकि माउंट आबू में हल्का कोहरा छा गया। इस बदले मौसम से पर्यटक तो खुश हैं, लेकिन स्थानीय व्यापारी नुकसान की आशंका जता रहे हैं। चित्तौड़गढ़ और उदयपुर में भी तापमान 16 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर होने से अब ठंड लगातार बढ़ती जाएगी।
लगातार बारिश के कारण कई निचले इलाकों में जलभराव देखने को मिला। कोटा और उदयपुर में सड़कों पर फिसलन के कारण ट्रैफिक बाधित हुआ, जबकि सिरोही में सुरक्षा के मद्देनजर एक छोटे बांध का गेट खोलना पड़ा। प्रशासन ने राहत टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बेमौसम बारिश जलवायु परिवर्तन की ओर इशारा करती है और राज्य की फसलों पर इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है।