जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर में संभावित आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को लेकर बुधवार को बड़े पैमाने पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान शहर के आठ प्रमुख स्थानों पर विशेष सायरन बजेंगे, जिनके माध्यम से नागरिकों को सतर्क किया जाएगा और उन्हें यह सिखाया जाएगा कि सायरन बजने पर कैसे प्रतिक्रिया देनी है और खुद को सुरक्षित रखना है। ड्रिल के दौरान पूरे शहर में ब्लैकआउट रहेगा, जिसमें किसी भी तरह की रोशनी का प्रयोग—चाहे वह इन्वर्टर हो, मोबाइल की टॉर्च हो या मोमबत्ती—कड़ाई से प्रतिबंधित रहेगा। यदि कोई व्यक्ति इन नियमों का उल्लंघन करता है तो उस पर कार्रवाई भी हो सकती है।
जिला प्रशासन द्वारा तय किए गए सायरन बजने वाले स्थानों में राजभवन, डीएसओ ऑफिस, कलेक्टरेट, शासन सचिवालय, बीएसएनएल ऑफिस (एमआई रोड), गवर्नमेंट हॉस्टल, चांदपोल, शास्त्री नगर, चौगान स्टेडियम और सांगानेरी गेट शामिल हैं। इन जगहों पर विशेष प्रकार के सायरन लगाए गए हैं जो युद्ध या बड़े खतरे की स्थिति में लोगों को सावधान करने के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे। खास बात यह है कि इन सायरनों की कुल सात अलग-अलग ध्वनियां होती हैं, जिनका अर्थ अलग-अलग आपदा परिस्थितियों से जुड़ा होता है।
जयपुर के जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र सोनी ने बताया कि मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट को सफल बनाने के लिए लगातार तैयारियां की जा रही हैं। लोगों को जागरूक करने और उन्हें ट्रेनिंग देने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का भी सहारा लिया जाएगा ताकि हर नागरिक जान सके कि किस आपात स्थिति में उसे क्या करना चाहिए। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि इस अभ्यास को गंभीरता से लें और एक जिम्मेदार नागरिक की तरह सहयोग करें।