खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केवल बयानवीर है, वे ट्वीट और प्रेस में ही बयान देते रहते है। उन्होंने कहा कि करीब दो वर्ष से भारतीय जनता पार्टी का शासन है, पर ऐसी कोई बात नहीं आई कि कोई सरकार पर प्रश्न उठा सके। लेकिन गहलोत प्रश्न लगाते रहते हैं, चुनाव आयोग, डेमोक्रेसी, और हरियाणा इलेक्शन, महाराष्ट्र इलेक्शन पर जहां भारतीय जनता पार्टी भारी बहुमत से जीती थी। जहां पर उनकी हार होती है वें चुनाव आयोग पर प्रश्न लगा देते हैं।
श्री गोदारा ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है यहीं उनके बयान होते हैं। लेकिन अशोक गहलोत 15 साल राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे। लोकतंत्र को जितना समीप से उन्होंने देखा उतना किसी ने नहीं देखा। ऐसे में उन्हें कम से कम ऐसे वाक्य नहीं बोलने चाहिए, जिससे आमजन का लोकतंत्र पर विश्वास डगमगाए। उनके बयानों से लोगों के मन में बड़ा दुख होता हैं।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने भ्रष्टाचार और पेपरलीक पर जीरो टोलरेन्स नीति के अन्तर्गत कार्य किया है। आज राजस्थान के युवा को गर्व है कि राजस्थान में ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने लगभग 2 वर्ष के समय में एक भी पेपरलीक नहीं होने दिया। हमारे मुख्यमंत्री जनसंवाद से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय में देर रात्रि तक कार्य करते है। वहीं, 15वीं विधानसभा के कार्यकाल के दौरान गहलोत मुख्यमंत्री कार्यालय ही नहीं जाते थे। यहीं फर्क है भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सरकार में।