जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान के बांदीकुई और जयपुर को जोड़ने वाले एक्सप्रेसवे पर स्थानीय गांवों की कनेक्टिविटी के लिए ग्रामीणों ने ज़ोरदार आंदोलन शुरू कर दिया है। श्यामसिंहपुरा और द्वारापुरा के बीच पुलिया के पास सैकड़ों लोग महापंचायत में जुटे और मांग की कि गांवों को हाईवे से जोड़ने के लिए कट निकाला जाए। ग्रामीणों ने साफ कहा कि जब तक यह मांग नहीं मानी जाती, तब तक वे एक्सप्रेसवे शुरू नहीं होने देंगे।
इस आंदोलन को अब इंटरचेंज संघर्ष समिति ने अनिश्चितकालीन धरने का रूप दे दिया है। धरने के दौरान द्वारापुरा के 65 वर्षीय कैलाश शर्मा की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत बांदीकुई अस्पताल ले जाया गया और फिर जयपुर रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इससे आंदोलन स्थल पर मातम पसर गया और ग्रामीणों में गुस्सा और बढ़ गया।
संघर्ष समिति के सदस्यों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने पांच दिनों में कोई कार्रवाई नहीं की, तो वे दौसा कलेक्ट्री का घेराव करेंगे और एक्सप्रेसवे को पूरी तरह जाम कर देंगे। उनका कहना है कि सरकार ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के लिए एनएच-4सी का निर्माण तो कर दिया, लेकिन बांदीकुई के गांवों को इससे जोड़ने के लिए कोई कट नहीं रखा गया है।
गांव वालों का कहना है कि उन्हें सड़क से जोड़ने की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन प्रशासन ने अनदेखी की है। इसी नाराज़गी के चलते ग्रामीणों ने तय किया है कि वे जयपुर-बांदीकुई लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण नहीं होने देंगे। जब तक उनकी मांगों पर अमल नहीं होगा, आंदोलन यूं ही चलता रहेगा।