जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में रविवार देर रात बड़ा हादसा हो गया। ट्रॉमा सेंटर में अचानक लगी आग ने कुछ ही देर में विकराल रूप ले लिया। अब तक 7 मरीजों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें 4 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं। राहत-बचाव कार्य जारी है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगते ही अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। मरीजों और परिजनों में भगदड़ की स्थिति बन गई। कई मरीजों की मौत दम घुटने और जलने से हुई है। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कई वार्ड धुएं से भर गए और डॉक्टरों व नर्सों को मरीजों को निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
सूचना मिलते ही दमकल की कई गाड़ियां और पुलिस दल मौके पर पहुंचे। करीब एक घंटे की कड़ी कोशिश के बाद आग पर काबू पाया गया। फिलहाल घायलों का इलाज जारी है और अस्पताल प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।
बताया जा रहा है कि आग का कारण शॉर्ट सर्किट या बिजली व्यवस्था की गड़बड़ी हो सकता है। मुख्यमंत्री ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं, अस्पताल में सुरक्षा इंतज़ामों को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।