जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान की राजनीति में बड़ा मोड़ तब आया जब पुलिस ने डिप्टी सीएम दीया कुमारी के खिलाफ झूठी और भ्रामक खबरें फैलाने के आरोप में दो पत्रकारों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इन पत्रकारों को मध्य प्रदेश से हिरासत में लेकर जयपुर पहुंचाया है। यह कार्रवाई दीया कुमारी की शिकायत पर हुई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि ‘द सूत्र’ नामक वेब पोर्टल पिछले एक महीने से लगातार उनके खिलाफ फर्जी खबरें चला रहा था।
शिकायत में कहा गया कि पोर्टल के प्रमुख आनंद पंडित और हरीश दिवेकर ने झूठी खबरें हटाने के बदले 5 करोड़ रुपये की मांग की थी। उन्होंने धमकी दी थी कि यदि रकम नहीं दी गई, तो दीया कुमारी की राजनीतिक और सामाजिक छवि को खराब करने के लिए और अधिक नकारात्मक खबरें चलाई जाएंगी। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि ‘द सूत्र’ टीम ने “डिस्ट्रॉय दीया” नाम से एक अभियान चलाने की धमकी दी थी।
पुलिस की तकनीकी जांच में यह पुष्टि हुई कि पैसे की मांग और फर्जी खबरों का प्रकाशन एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत किया जा रहा था। साइबर साक्ष्य और गवाहों के बयान के आधार पर कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। साथ ही, ‘द सूत्र’ पोर्टल के सोशल मीडिया पेजों और डिजिटल गतिविधियों की भी बारीकी से जांच की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मनीष अग्रवाल ने बताया कि मुख्य आरोपी आनंद पंडित और हरीश दिवेकर को पूछताछ के लिए जयपुर लाया गया है। पुलिस अब इस मामले में पोर्टल से जुड़े अन्य पत्रकारों और सहयोगियों से भी पूछताछ करेगी। अधिकारियों का कहना है कि यदि आरोप साबित होते हैं, तो इस मामले में और भी बड़ी कार्रवाई संभव है।