जयपुर न्यूज डेस्क: दिल्ली-जयपुर हाईवे-48 पर सफर करना अब किसी मुश्किल परीक्षा से कम नहीं रह गया है। टोल टैक्स भरने के बाद भी यात्रियों को खराब सड़क और गड्ढों से भरे रास्ते पर चलना पड़ता है। मनोहरपुर और शाहजहांपुर के बीच कई जगह सड़क धंस चुकी है, जिससे वाहनों की रफ्तार टूट जाती है और हादसों का खतरा बढ़ जाता है। सर्विस लेन की स्थिति भी बेहद खराब है, जहां निर्माण कार्य के कारण धूल और मिट्टी से ड्राइवरों को परेशानी होती है।
शिकायतों के बाद एनएचएआई ने कुछ टोल प्लाजा के पास मरम्मत कार्य शुरू किया है, लेकिन वाहन चालकों का कहना है कि काम की गति बहुत धीमी है। दिन-ब-दिन सड़क की हालत और बिगड़ रही है, जिससे सफर और भी खतरनाक होता जा रहा है।
दिल्ली-जयपुर हाईवे देश के सबसे पुराने और व्यस्त राष्ट्रीय मार्गों में से एक है। यह स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना का हिस्सा है और हर दिन करीब 70 हजार वाहन इस रास्ते से गुजरते हैं। भारी ट्रैफिक को देखते हुए इसे चार लेन से छह लेन किया गया था, लेकिन करीब 160 किलोमीटर का हिस्सा अब भी सिर्फ चार लेन का है, जहां जाम और हादसे आम बात बन चुके हैं।
एनएचएआई ने 2023 में 800 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया था ताकि सड़क की मजबूती, ड्रेनेज सिस्टम और फ्लाईओवर के काम पूरे किए जा सकें। इसके बावजूद यात्रियों को अब भी टूटी सड़कों, धूल भरे रास्तों और गड्ढों से गुजरना पड़ रहा है। यात्रियों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द इस सड़क की मरम्मत पूरी करे ताकि सफर सुरक्षित और सुगम बनाया जा सके।