जयपुर न्यूज डेस्क: बंगाल की खाड़ी के बाद अब अरब सागर में भी लो-प्रेशर सिस्टम बनने से राजस्थान का मौसम बदल गया है। मंगलवार को जयपुर में मूसलाधार बारिश हुई, जिससे शहर की सड़कों पर पानी भर गया। जेएलएन मार्ग पर सिर्फ एक घंटे में 71.5 एमएम पानी बरसा। मोतीडूंगरी रोड पर 4 फीट तक पानी भर गया और कई जगह रावण के पुतले भी बह गए। जगह-जगह गाड़ियां फंस गईं और जाम लग गया।
जयपुर के अलावा दौसा, अजमेर, सीकर, बीकानेर, अलवर और नागौर में भी अच्छी बरसात हुई। अजमेर के किशनगढ़ में सुबह साढ़े 10 बजे बारिश शुरू हुई, जबकि बीकानेर में सुबह 5 बजे से पानी बरसता रहा। सीकर में तो 22 दिन बाद बारिश हुई, जहां फतेहपुर कस्बे में 29 एमएम बारिश दर्ज की गई। छतरियां बस स्टैंड पर फिर से जलभराव की स्थिति बन गई।
मूसलाधार बारिश से लोगों को एक तरफ उमस और गर्मी से राहत मिली, लेकिन जलभराव और जाम ने परेशानी भी बढ़ा दी। खासकर जयपुर में अचानक बदले मौसम ने दिनचर्या को प्रभावित कर दिया। शहर की निचली बस्तियों में घरों और दुकानों में भी पानी घुसने की खबरें आईं।
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने चेतावनी जारी की है। 23 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट घोषित किया गया है, जो 3 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा। लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की गई है।