सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो और बयान तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तान के खिलाड़ी साहिबज़ादा फरहान को प्रेस कॉन्फ्रेंस में "आतंकी जैसा बर्ताव करने वाला खिलाड़ी" कहा। दावा है कि उन्होंने फरहान के 'बंदूक चलाने' वाले जश्न पर यह आपत्तिजनक टिप्पणी की।
इस दावे ने सोशल मीडिया पर खासा बवाल मचा दिया है। लेकिन क्या वाकई सूर्यकुमार यादव ने ऐसा कुछ कहा है? आइए जानते हैं इस वायरल खबर का सच।
क्या है वायरल दावा?
क फेसबुक यूजर ने 8 सितंबर को एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा:
"पत्रकार: साहिबज़ादा फरहान के सेलिब्रेशन पर क्या कहेंगे?
सूर्यकुमार यादव: जिस देश की पहचान ही आतंकवाद हो, वहां के नागरिकों से सभ्यता की उम्मीद करना बेकार है। आतंक की धरती से आए खिलाड़ी, आतंक जैसा ही बर्ताव करेंगे।"
इसी तरह, ट्विटर (अब X) पर भी एक यूजर ने 22 सितंबर को यही दावा करते हुए एक पोस्ट साझा किया, जिसे हजारों लोगों ने लाइक और रीट्वीट किया।
पड़ताल: क्या है सच्चाई?
फैक्ट चेक टीम ने इस दावे की सत्यता की जांच की और वायरल वीडियो व तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया। इसके अलावा Asian Cricket Council के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 22 सितंबर 2025 को अपलोड किए गए भारत-पाकिस्तान मैच के बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस का पूरा वीडियो देखा।
परिणाम: पूरे वीडियो में सूर्यकुमार यादव ने ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाड़ी के सेलिब्रेशन पर कोई विवादास्पद बयान नहीं दिया। न ही उन्होंने किसी देश या खिलाड़ी को "आतंकी" कहा।
बल्कि, जब उनसे भारत-पाकिस्तान राइवलरी पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा:
"आप लोगों को अब राइवलरी के बारे में पूछना बंद कर देना चाहिए। अगर स्कोरलाइन 10-1 या 13-0 है, तो यह अब राइवलरी नहीं रही।"
यह बयान खेल भावना को दर्शाता है, न कि किसी देश या खिलाड़ी के प्रति नफरत।
निष्कर्ष: वायरल दावा फर्जी है
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सूर्यकुमार यादव ने साहिबज़ादा फरहान या किसी अन्य पाकिस्तानी खिलाड़ी को आतंकी नहीं कहा।
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वायरल पोस्ट झूठी और गढ़ी हुई है।
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यह बयान न तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया, न ही किसी मीडिया चैनल पर रिपोर्ट हुआ।
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वायरल तस्वीर और वीडियो को भ्रामक तरीके से एडिट किया गया है।
सावधानी जरूरी
सोशल मीडिया पर किसी भी पोस्ट को शेयर करने से पहले उसकी सत्यता की जांच जरूर करें। बिना जांचे किसी खिलाड़ी, व्यक्ति या देश के खिलाफ झूठी खबरें फैलाना न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि यह कानूनन भी आपत्तिजनक हो सकता है।
सुझाव: ऐसे भ्रामक और फर्जी पोस्ट से सावधान रहें। केवल विश्वसनीय समाचार स्रोतों से ही जानकारी लें। खेल को खेल की भावना से देखें, नफरत फैलाने वाले कंटेंट से दूरी बनाए रखें।