आज, 22 नवंबर 2025, शनिवार का दिन है और हिंदू पंचांग के अनुसार यह मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है, जो शाम 05:11 बजे तक रहेगी। इसके बाद तृतीया तिथि का आरंभ होगा। आज ज्येष्ठा नक्षत्र शाम 04:47 बजे तक रहेगा, जिसके बाद मूल नक्षत्र लगेगा। सुकर्मा योग सुबह 11:30 बजे तक है, जिसके उपरांत धृति योग शुरू होगा। शनिवार का दिन होने के कारण यह कर्मफलदाता शनि देव और हनुमान जी की पूजा के लिए उत्तम माना जाता है।
पंचांग- 22.11.2025
युगाब्द - 5126
संवत्सर - सिद्धार्थ
विक्रम संवत् -2082
शाक:- 1947
ऋतु __ हेमन्त
सूर्य __ दक्षिणायन
मास __ मार्गशीर्ष
पक्ष __ शुक्ल पक्ष
वार __ शनिवार
तिथि - द्वितीया 17:10:40
नक्षत्र - ज्येष्ठा 16:45:56
योग सुकर्मा 11:28:36
करण कौलव 17:10:39
करण तैतुल 30:19:02
चन्द्र राशि - वृश्चिक till 16:45
चन्द्र राशि - धनु from 16:45
सूर्य राशि - वृश्चिक
🚩🌺 आज विशेष 🌺🚩 👉🏻 गण्ड़मूल अहोरात्र
🍁 अग्रिम पर्वोत्सव 🍁
👉🏻 श्री राम जानकी विवाह
25/11/25 (मंगलवार)
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01/12/25 (सोमवार)
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02/12/25 (मंगलवार)
👉🏻 सत्य पूर्णिमा व्रत
04/12/25 (गुरुवार)
🕉️🚩 यतो धर्मस्ततो जयः🚩🕉
|| गलती स्वीकारें और सुधारें ||
🌞 जब आप कुछ नया करते हैं तो गलतियां भी स्वाभाविक हो जाती हैं। यदि आपसे अनायास एक गलती हो जाती है तो वह अवश्य क्षम्य है पर उसे छुपाने के लिए झूठ बोलकर दूसरी गलती करना यह दंडनीय है। गलती हो जाना कोई समस्या नहीं पर एक गलती को बार-बार दोहराना यह अवश्य बहुत बड़ी गलती है। गलती हो जाना एक बात है, लेकिन उस गलती को छिपाने का प्रयास करना उससे भी बड़ी गलती है।
🌞 स्वामी विवेकानंद जी कहा करते थे कि यदि आपने अपने जीवन में कभी कोई गलती नहीं की है तो उसका सीधा सा अर्थ यह है कि आपने अपने जीवन में कुछ नया नहीं किया है अथवा कुछ बड़ा नहीं किया है। हमें अपनी गलती को स्वीकारना आना चाहिए। कोई भी गलती हो जाने पर आपकी स्वीकारोक्ति ही आपको दूसरों की नजरों में क्षमा का अधिकारी भी बना देती है। गलती हो जाना भी गलत नहीं है, बस गलत को गलत न मानना ही सबसे बड़ी गलती है।
जय जय श्री सीताराम 👏
जय जय श्री ठाकुर जी की👏
(जानकारी अच्छी लगे तो अपने इष्ट मित्रों को जन हितार्थ अवश्य प्रेषित करें।)
ज्यो.पं.पवन भारद्वाज(मिश्रा) व्याकरणज्योतिषाचार्य
राज पंडित-श्री राधा गोपाल मंदिर (जयपुर)